Kya aapko malum hai ki konsa नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया ?
अंग्रेजों ने आगरा और अवध को मिलाकर एक प्रांत बनाया और इसे यूनाइटेड प्रोविंस ऑफ आगरा एंड अवध कहा। 1935 में इसका नाम छोटा करके यूनाइटेड प्रोविंस कर दिया गया। जनवरी 1950 में यूनाइटेड प्रोविंस का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश के बारे में कुछ और रोचक बातें:
- उत्तर प्रदेश को वैदिक काल में ‘ब्रह्मर्षि देश’ या ‘मध्य देश’ के नाम से जाना जाता था.
- उत्तर प्रदेश, गंगा के मैदान के बीचोंबीच स्थित होने की वजह से उत्तरी भारत के इतिहास का केंद्र रहा है.
- उत्तर प्रदेश में कई महान ऋषि-मुनियों, जैसे – भारद्वाज, गौतम, याज्ञवल्क्य, वशिष्ठ, विश्वामित्र और वाल्मीकि आदि ने तपस्या की थी.
- भारत के दो महाकाव्यों रामायण और महाभारत की कथाएं इसी क्षेत्र पर आधारित हैं.
- सतयुग में उत्तर प्रदेश को अवध कहा जाता था.
- लखनऊ को पहले लखनपूरी के नाम से जाना जाता था
थारू उत्तर प्रदेश राज्य में सबसे अधिक आबादी वाली जनजाति है। सरकार ने 1967 में थारू को अनुसूचित जनजाति के रूप में अधिसूचित किया।
उत्तर प्रदेश को सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से भी देश का काफी अहम राज्य माना जाता है। वाराणसी में काशी विश्वनाथ, मथुरा कृष्ण जन्मस्थान और श्रीराम नगरी अयोध्या यहीं स्थित है। इलाहाबाद का संगम कुंभ के लिए मशहूर है। तो वहीं, राज्य में ताजमहल से लेकर अनेकों विश्व प्रसिद्ध पयर्टन स्थल है।
- उत्तर प्रदेश की महिलाओं की पारंपरिक पोशाक साड़ी और ब्लाउज या सलवार कमीज है। पुरुष धोती कुर्ता या कुर्ता पायजामा चुनते हैं।
- उत्तर प्रदेश (यूपी) में कौन सी जाति शक्तिशाली मानी जाती है? ठाकुर, जिन्हें राजपूत भी कहा जाता है, उत्तर प्रदेश में शक्तिशाली माने जाते हैं।
- उत्तर प्रदेश भारत का एक राज्य है और प्रशासनिक रूप से कई ज़िलों में बँटा हुआ है। इन जनपदों को ‘विभाग’ नामक भौगोलिक व प्रशासनिक समूहों में एकत्र किया गया है। वर्तमान काल में उत्तर प्रदेश 18 विभागों में बाँटा गया है जो आगे स्वयं 75 जनपदों में बँटे हैं।
- आगरा। ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व का शहर आगरा राज्य की राजधानी लखनऊ से भी आगे निकल जाता है, क्योंकि यह विश्व प्रसिद्ध ताजमहल का घर है। यह एक ऐसा शहर है जो आपको अचंभित कर देता है क्योंकि इसमें बहुत सारे अद्भुत स्मारक हैं जिन्हें शानदार तरीके से बनाया गया है।
- उत्तर प्रदेश में 17 जातियां कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार, प्रजापति, धीवर, बिंद, भर, राजभर, धीमर, बाथम, तुरहा, गोड़िया, मांझी, मछुवा अतिपिछड़ा वर्ग में दर्ज हैं।
- सन् 1940 तक तो गुजरात और महाराष्ट्र के सभी राजा और महाराजा कोली जाति को एक बदमाश जाति के रूप में देखते आए थे जिसके कारण वो अपनी सैन्य शक्ति बनाए रखने के लिए कोली जाति को सैनिकों के तौर पर रखते थे।
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उत्तर प्रदेश भारतीय राजनीति का केंद्र बना रहा और आधुनिक भारतीय इतिहास में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के केंद्र के रूप में इसका विशेष महत्व रहा। इस राज्य में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और दारुल उलूम देवबंद जैसे आधुनिक शैक्षणिक संस्थान मौजूद थे।